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संस्कार, संस्कृति और स्वास्थ्य का संगम – “गौमय होली” डॉ. वल्लभभाई कथीरिया

किसान गौशाला मे गौमय होली का आयोजन- चंद्रेशभाई पटेल

भारतीय संस्कृति में गौमय (गौमूत्र एवं गोबर) को पवित्र, औषधीय और स्वास्थ्यवर्धक माना गया है। इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए, ग्लोबल कॉन्फेडरेशन ऑफ काउ बेस्ड इंडस्ट्री (GCCI) एवं किसान गौशाला के संयुक्त तत्वावधान में “गौमय होली” का आयोजन किया गया है। इस अनूठे आयोजन का उद्देश्य रासायणिक रंगों के उपयोग से बचाव और पर्यावरण संरक्षण, समाज एवं स्वयं के स्वास्थ्य की रक्षा करना है। गौमय होली का आयोजन 14 मार्च 2025 (धुलेटी) को प्रातः 9:00 बजे से किसान गौशाला, किसान गौशाला, आजीडेम से नजदीक, राजकोट गॉडल बायपास रोड, राजकोट स्थित किया गया है । इस कार्यक्रम में प्रतिभागियों को गौमूत्र और गोबर से होली खेलने का अवसर मिलेगा, जिससे जल प्रदूषण को रोका जा सकेगा एवं त्वचा रोगों से बचाव होगा। गौमय स्नान से शरीर के विषैले तत्व बाहर निकलते हैं, जिससे त्वचा संक्रमण मुक्त रहती है। गौमूत्र में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले तत्व होते हैं, जो त्वचा को स्वस्थ और चमकदार बनाते हैं। गोबर और गौमूत्र के मिश्रण से शरीर का पीएच संतुलित रहता है, जिससे त्वचा संबंधी समस्याएँ कम होती हैं। गौमय स्नान से मानसिक शांति एवं सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। साथ ही, यह जल प्रदूषण को रोकने में सहायक है क्योंकि इसमें रासायणिक रंगों का उपयोग नहीं किया जाता। इस आयोजन को सफल बनाने के लिए डॉ. वल्लभभाई कथीरिया, चंद्रेशभाई पटेल और मितल खेताणी सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। यह आयोजन संस्कार, संस्कृति एवं स्वास्थ्य के संगम का प्रतीक है। सभी गौभक्त एवं पर्यावरण प्रेमी इस पवित्र एवं दिव्य आयोजन में अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर इसे सफल बनाने में योगदान दें। अधिक जानकारी के लिए चंद्रेशभाई पटेल (किसान गौशाला) मो. 97252 19761 GCCI के जनरल सेक्रेटरी श्री मित्तलभाई खेताणी और तेजस चोटलिया मो. 94269 18900, पर संपर्क करें।

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