“गौ टेक – 2025 – गौ महाकुंभ” के आयोजन के संदर्भ में “विचार गोष्ठी” का आयोजनजय मुरलीधर फार्म, राजकोट में 300 जीवदया प्रेमियों की उपस्थिति में सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ।

आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्रभाई मोदीजी के समृद्ध भारत, श्रेष्ठ भारत, भव्य भारत और दिव्य भारत के स्वप्न को साकार करने के पावन उद्देश्य से अंतरराष्ट्रीय संस्था “ग्लोबल कन्फेडरेशन ऑफ काऊ-बेस्ड इंडस्ट्रीज” (GCCI) और “देवराहा बाबा गौ सेवा परिवार” के संयुक्त उपक्रम से जयपुर में आगामी 30 मई से 2 जून 2025 के बीच विद्याधर नगर स्टेडियम, जयपुर में गौ आधारित वैश्विक शिखर सम्मेलन और प्रदर्शनी “गौ टेक – 2025 – गौ महाकुंभ” का आयोजन किया जा रहा है। राजकोट के न्यू 150 फीट रिंग रोड स्थित जय मुरलीधर फार्म पर “गौ टेक – 2025 – गौ महाकुंभ” के संदर्भ में GCCI के संस्थापक अध्यक्ष, राष्ट्रीय कामधेनु आयोग के पूर्व अध्यक्ष तथा पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. वल्लभभाई कथीरिया की अध्यक्षता में, वीराभाई राजाभाई हुंबल के सौजन्य से यह बैठक आयोजित की गई। बैठक में GCCI के जनरल सेक्रेटरी श्री रमेशभाई घेटिया ने “गौ टेक – 2023” की सफलता का विवरण दिया, जिसमें लाखों लोगों ने भाग लिया था, कई स्टार्टअप्स को निवेश प्राप्त हुआ और अनेक नवाचारों को मान्यता मिली। यह सब “गौ टेक – 2025 – गौ महाकुंभ” के लिए प्रेरणास्त्रोत बना है। उन्होंने लोगों को इस आयोजन में स्टॉल धारक या विझीटर्स के रूप में विशेष रूप से पधारने का आमंत्रण दिया। इस बैठक में विशेष रूप से उपस्थित राजकोट के विधायक श्री रमेशभाई टीलारा ने कहा कि “गौ टेक – 2025 – गौ महाकुंभ” जैसे वैश्विक शिखर सम्मेलन में युवाओं, उद्योगपतियों, सरकारों और नीति निर्माताओं को देशभर में विकसित हो रही गौ-उद्योगिता, तकनीकी, उत्पादन मशीनरी, गौ ज्ञान, गौ विज्ञान और गौ आधारित आध्यात्मिक जीवन संस्कृति से परिचित होगा । पूर्व में 2023 में राजकोट, गुजरात में गौ टेक का सफल आयोजन हुआ था जिसकी पूरे देश में सराहना हुई थी। साथ ही उन्होंने आगामी दिनों में गौमाता पोषण योजना के अंतर्गत गौशाला/पांजरापोल को मिलने वाली 30 रु.की सहायता को 100 रु. करने के लिए गौप्रेमी जनता के साथ खड़े रहने की बात कही। गोंडल स्थित गीर गौ जतन संस्थान के संस्थापक एवं GCCI के कार्यकारी सदस्य श्री रमेशभाई रूपारेलिया ने गोबर और गौमूत्र में मौजूद लाभों और उनके माध्यम से होने वाले संभावित क्रांतिकारी परिवर्तन की चर्चा की तथा अपनी कार्यप्रणाली के बारे में बताया। “गौ टेक – 2023” में आयोजक की भूमिका निभाने वाले श्री रमेशभाई ठक्कर ने कहा कि गाय माता का स्पर्श मन और मस्तिष्क को शांति देता है। जब हम गाय को स्पर्श करते हैं या उसे गले लगाते हैं तो शरीर और मन में एक विशेष सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी गाय के शरीर से उत्पन्न तापमान और चुंबकीय शक्ति तनाव को कम करती है। आध्यात्मिक दृष्टि से भी गाय को करुणा भाव से गले लगाना मातृत्व प्रेम से जुड़ने जैसा है, जो मानव जीवन में संतुलन और शांति लाता है। आर.एस.एस. के किशोरभाई मुंगलपारा ने विशेष रूप से कहा कि वर्तमान समय में गौ आधारित जीवनशैली अपनाना केवल परंपरा नहीं बल्कि समस्त मानवजाति के लिए एक वरदान है। गाय माता के पंचगव्य उत्पाद – जैसे गौमूत्र, दूध, दही, घी और गोबर – स्वास्थ्य के लिए अमृत समान हैं। यदि हम अधिक से अधिक ऑर्गेनिक उत्पादों और पंचगव्य आधारित वस्तुओं का उपयोग करें, तो न केवल हम स्वस्थ जीवनशैली अपना सकते हैं बल्कि देश की आर्थिक आत्मनिर्भरता यात्रा में योगदान भी दे सकते हैं। साथ ही उन्होंने डॉ. कथीरिया की गौमाता के प्रति प्रेम, करुणा और तन–मन–धन से सेवा की सराहना करते हुए उन्हें बधाई दी। पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं GCCI के संस्थापक डॉ. वल्लभभाई कथीरिया ने कहा कि भारतीय संस्कृति में गौमाता को “कामधेनु” माना गया है। उनके दूध, गौमूत्र और गोबर से स्वास्थ्य, खेती, ऊर्जा, स्वच्छता, जैविक पर्यावरण और आर्थिक सशक्तिकरण के विभिन्न क्षेत्रों में उपयोगी उत्पाद बन रहे हैं। “गौ टेक – 2025 – गौ महाकुंभ” इन सभी संभावनाओं को एक ही मंच पर लाकर युवाओं, महिलाओं, गौशालाओं, स्टार्टअप्स, निवेशकों और नीति निर्माताओं के बीच संवाद और सहयोग का वातावरण बनाएगा। “गौ टेक” गौ आधारित उद्योगों के लिए न केवल भारत में बल्कि विश्व स्तर पर सबसे बड़ा मंच बनता जा रहा है। यह कार्यक्रम संस्कृति, परंपरा, तकनीक और नवाचारों को जोड़ने वाला एक ऐतिहासिक प्रयास है। भाभर से पधारे पूज्य श्री एल.डी. ठक्करजी ने “गौ टेक – 2025 – गौ महाकुंभ” की सफलता के लिए आशीर्वाद प्रदान किया तथा यह कामना की कि इस प्रकार का “गौ टेक” हर वर्ष देश के विभिन्न राज्यों में आयोजित हो। इस बैठक में जीवदया प्रेमी विधायक श्री प्रकाशभाई वरमोरा ने ऑनलाइन माध्यम से “गौ टेक – 2025 – गौ महाकुंभ” की सफलता के लिए शुभकामनाएं दीं और यह आश्वासन दिया कि वे सदैव जीवदया के कार्यों में सहभागी और सहयोगी बने रहेंगे। GCCI के अध्यक्ष डॉ. वल्लभभाई कथीरिया तथा “गौ टेक – 2025 – गौ महाकुंभ” के वाइस चेयरमेन भारत राजपुरोहित द्वारा ऑनलाइन विचार गोष्ठी में उपस्थित गौ प्रेमियों, जीवदया प्रेमियों, गौ सेवकों एवं समाजसेवियों को “गौ टेक – 2025 – गौ महाकुंभ” में पधारने के लिए भावपूर्ण निमंत्रण दिया गया। इस संपूर्ण बैठक का संचालन GCCI के जनरल सेक्रेटरी श्री मित्तल खेताणी द्वारा किया गया। इस बैठक में विशेष रूप से उपस्थित रहे राजकोट के पूर्व सांसद श्री रामजीभाई और श्रीमती रमाबेन मावाणी, हंसराजभाई गजेरा, नरेंद्रभाई दवे, मुरलीभाई दवे, नरेंद्रभाई डव, विनोदभाई काछड़िया, रमेशभाई ठक्कर, रमेशभाई रूपारेलिया, दिलीपभाई सखिया, प्रतीकभाई संघाणी, अशोकभाई गीडा, डॉ. रमेशभाई कोठारी, धीरुभाई कानाबार, पी.पी. व्यास, वीराभाई हुंबल, छगनभाई कथीरिया, हरेशभाई पंड्या, नूतनभाई सावलिया, सुभाषभाई सावलिया, जगदीशभाई कपूरिया, नरेन्द्रसिंह जाडेजा, शशिभाई जोशी, अरुणभाई निर्मल, ललितभाई वडे़रिया, विपुलभाई राठौड़, अल्पेशभाई कवैया, प्रो. कवन, सुरेशभाई परमार, राजेशभाई गोंडलिया, प्रकाशभाई सोलंकी, प्रवीणभाई परसाणा, दिलीपभाई कलोला, गोपालभाई पटेल, किशोरभाई पांभर, गिरीशभाई परमार, पृथ्वीसिंह जाडेजा, उत्तमभाई जानी, रणजीतसिंह ठाकुर, रतिभाई ठुमर, गुणवंतभाई भट्ट, चंद्रेशभाई पटेल, कांताबेन कथीरिया, रमाबेन हेरभा, रेश्माबेन सोलंकी, अवनीबेन, रंजनबेन ठाकर, डिम्पलबेन खेताणी सहित 300 से अधिक जीवदया प्रेमी अगणनीय उपस्थित रहे । GCCI के बारे में अधिक जानकारी हेतु GCCI के जनरल सेक्रेटरी श्री मित्तलभाई खेताणी या तेजस चोटलिया से मोबाइल नंबर 94269 18900 पर संपर्क किया जा सकता है।