हिंदू स्पिरिचुअल एंड सर्विस फेयर (HSSF): आध्यात्मिकता, सेवा और भारतीय संस्कृति का संगम | अहमदाबाद में 23 से 26 जनवरी 2025 आयोजित हिंदू स्पिरिचुअल एंड सर्विस फेयर मे GCCI भाग लेंगा

अहमदाबाद में 23 से 26 जनवरी 2025 तक गुजरात यूनिवर्सिटी ग्राउंड पर आयोजित होने वाले हिंदू स्पिरिचुअल एंड सर्विस फेयर (HSSF) में भारतीय संस्कृति, आध्यात्मिकता और सेवा की उत्कृष्टता को प्रदर्शित किया जाएगा। यह मेला, भारतीय परंपराओं और मूल्यों को समझने और सामाजिक कल्याण के प्रयासों को उजागर करने का एक अद्भुत मंच है।
ग्लोबल कॉन्फेडरेशन ऑफ काउ-सेंट्रिक इंस्टीट्यूशन्स (GCCI) एक ऐसा मंच है, जो गायों के बहुआयामी महात्म्य को समझते हुए समाज, अर्थव्यवस्था और पर्यावरण को एक नई दिशा देने के लिए कार्यरत है। GCCI का उद्देश्य गौ आधारित विकास और नवाचार के माध्यम से भारत को आत्मनिर्भर हि नहीं विकसीत एवं सुसंस्कृत राष्ट्र बनाना है। यह मंच गायों से जुड़े हर क्षेत्र—जैसे पंचगव्य उत्पादन, जैविक खेती, गौ-पर्यटन, गौशाला प्रबंधन, और पर्यावरणीय संरक्षण— में स्थायी और वैज्ञानिक समाधान प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। गौ माताकी पुन: प्रतिष्ठा के लिए गौ संस्कृति आधारित समाज व्यवस्था का निर्माण करना है । HSSF में, GCCI का स्टॉल नंबर 176 प्रमुख आकर्षण रहेगा, जहां संगठन की विशेष गतिविधियों और गाय आधारित उत्पादों को प्रदर्शित किया जाएगा।
GCCI की मुख्य पहल की बात की जाये तो गोबर आधारित उत्पादों का प्रदर्शन, पर्यावरण-अनुकूल गोबर के दीये, अगरबत्ती स्टैंड, लक्ष्मी-गणेश मूर्तियां एवं देव – देविया की, और अन्य उत्पाद, आत्मनिर्भर भारत और पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में GCCI की प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं। गौ आधारित उद्योगों को प्रोत्साहन, पंचगव्य आधारित उत्पाद, जिनमें औषधीय और कृषि उपयोग के लिए जैविक उत्पाद शामिल हैं। गोशाला प्रबंधन और प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देना। गौ विज्ञान और नवाचार, गाय आधारित अनुसंधान और नवाचारों को बढ़ावा देना। छात्रों, किसानों, और उद्यमियों के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम। समाज को जागरूक बनाना, भारतीय संस्कृति में गाय के महत्व को बढ़ावा देना। धार्मिक, वैज्ञानिक, और सामाजिक दृष्टिकोण से गाय की उपयोगिता पर चर्चा ऐसे अनेको कार्य GCCI द्वारा किए जा रहे है ।
GCCI गौ आधारित उद्योगों और गतिविधियों के सभी पहलुओं को समाविष्ट करता हैं जिसमे मॉडल गौशाला, प्राकृतिक खेती,गोचर विकास, जैव ऊर्जा, पंचगव्य उत्पादन, गौ स्वास्थ्य और पोषण, गौ – सहकारीता, गौ-आधारित पर्यटन, धार्मिक और आध्यात्मिक विषय, गाय संरक्षण कानून, गौ विज्ञान परीक्षा, महिलाओं के लिए उद्यमिता प्रशिक्षण, आपदा प्रबंधन,शोध जैसे अनेकों पहलुओं को समाविष्ट करता हैं ।
इस मेले के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण, देशभक्ति को बढ़ावा देना, माता-पिता, शिक्षकों और महिलाओं का सम्मान करना, और एक सात्विक समाज का निर्माण करना है।
GCCI ने गौ आधारित उद्योगों के क्षेत्र में कई उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं, जिनमें पर्यावरण के अनुकूल उत्पादों का विकास, ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त करना, और जैविक खेती को प्रोत्साहन देना शामिल है। यह संगठन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत और पर्यावरण संरक्षण के दृष्टिकोण को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
GCCI की और से आप सभी से निवेदन है कि इस मेले में पधारकर भारतीय संस्कृति, गौ-सेवा और पर्यावरण के प्रति GCCI के योगदान को नजदीक से जानें।
आगामी पहल के बारे में अधिक जानकारी के लिए GCCI महासचिव श्री मित्तलभाई खेताणी, तेजस चोटलिया मो. 9426918900 मीनाक्षी शर्मा मो. 83739 09295 पर संपर्क करें ।