प.पू.दीदी साध्वी ऋतम्भरा जी पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ.वल्लभभाई कथीरिया ने शिष्टाचार भेंट की ।
गौ सेवा और सनातन संस्कृति के संरक्षण पर विस्तृत चर्चा।
गौ संरक्षण एवं गौ आधारित उद्योगों के प्रचार-प्रसार के लिए समर्पित ग्लोबल कंफेडरेशन ऑफ काउ-सेंट्रिक इंस्टीट्यूशंस (GCCI) के अध्यक्ष एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. वल्लभभाई कथीरिया ने प्रसिद्ध संत एवं दुर्गा वाहिनी की संस्थापक प.पू. दीदी साध्वी ऋतम्भरा जी से भेंट की । इस महत्वपूर्ण बैठक में गौ सेवा, गौ आधारित अर्थव्यवस्था, पंचगव्य चिकित्सा, जैविक कृषि और सनातन संस्कृति के संरक्षण जैसे कई विषयों पर विस्तृत चर्चा हुई। डॉ. कथीरिया ने प.पू. दीदी साध्वी ऋतम्भरा जी को GCCI द्वारा किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी, जिसमें गौ आधारित उत्पादों को बढ़ावा देना, प्राकृतिक कृषि को सशक्त बनाना और आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को साकार करना प्रमुख रूप से शामिल है। उन्होंने बताया कि GCCI केवल धार्मिक दृष्टिकोण से गौ सेवा को नहीं देखता, बल्कि इसे वैज्ञानिक, आर्थिक और पर्यावरणीय रूप से भी एक मजबूत आंदोलन बनाने की दिशा में कार्यरत है। प.पू. दीदी साध्वी ऋतम्भरा जी ने गौ रक्षा, सनातन संस्कृति के संरक्षण और गौ-आधारित उद्यमिता को बढ़ावा देने के GCCI के प्रयासों की सराहना की और इस पवित्र कार्य में हर संभव सहयोग देने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि गौ सेवा केवल एक धार्मिक आस्था नहीं, बल्कि संपूर्ण मानवता के कल्याण से जुड़ी एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। डॉ. कथीरिया और प.पू. दीदी साध्वी ऋतम्भरा जी के बीच गौ संरक्षण, जैविक खेती, पंचगव्य आधारित औषधियों के प्रचार-प्रसार, गौशालाओं के वैज्ञानिक प्रबंधन और गौ पर्यटन को लेकर भी व्यापक विचार-विमर्श हुआ। इस अवसर पर परम पूज्य दीदी प.पू. दीदी साध्वी ऋतम्भरा जी ने 1996 में विश्व हिंदू परिषद के माध्यम से डॉ. वल्लभभाई कथीरिया की लोकसभा उम्मीदवारी के दौरान शास्त्री मैदान में दिए गए भव्य प्रवचन को स्मरण करते हुए आनंद व्यक्त किया। डॉ. वल्लभभाई कथीरियाने कहा की प.पू. दीदी साध्वी ऋतम्भरा जी का मार्गदर्शन एवं सहयोग निश्चित रूप से गौ सेवा आंदोलन को और अधिक सशक्त बनाएगा और इसे एक राष्ट्रीय स्तर के अभियान का रूप देने में सहायक होगा।