झारखंड के राज्यपाल श्री संतोष गंगवारजी से शिष्टाचार भेंट के दौरान गौसेवा, गौटेक–2023 और आगामी गौटेक–2025 एवं GCCI की गतिविधियों पर विस्तृत चर्चा करते हुए डॉ. वल्लभभाई कथीरिया।

पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं राष्ट्रीय कामधेनु आयोग के पूर्व अध्यक्ष डॉ. वल्लभभाई कथीरिया ने हाल ही में झारखंड प्रवास के दौरान रांची स्थित राजभवन में झारखंड के माननीय राज्यपाल श्री संतोष गंगवारजी से शिष्टाचार भेंट की। इस भेंट के दौरान गौ आधारित विकास, वैज्ञानिक दृष्टिकोण से गौसेवा, और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में गौ आधारित अर्थव्यवस्था की भूमिका पर विस्तृत चर्चा हुई। डॉ. कथीरिया ने राज्यपाल महोदय को “गौटेक – 2023” की सफलता से अवगत कराया एवं आगामी “गौटेक – 2025” के आयोजन की रूपरेखा प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि गौ आधारित नवीनतम तकनीक, स्टार्टअप्स, वैज्ञानिक शोध और उद्योगों को प्रोत्साहित करने हेतु “गौटेक – GAUTECH” एक वैश्विक मंच बनता जा रहा है, जो देश की कृषि और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नई दिशा देने में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। इस अवसर पर उन्होंने ग्लोबल कन्फेडरेशन ऑफ काउ-बेस्ड इंडस्ट्रीज (GCCI) द्वारा देशभर में की जा रही गौसेवा और औद्योगिक प्रेरणा की विस्तृत जानकारी दी। डॉ. कथीरिया ने बताया कि GCCI के माध्यम से गौमूत्र, गोबर आधारित उत्पाद, पंचगव्य आयुर्वेद, गौ आधारित प्राकृतिक खेती, महिला एवं युवाओं के लिए स्वरोजगार प्रशिक्षण एवं विपणन प्लेटफॉर्म उपलब्ध करवाए जा रहे हैं, जिससे हजारों गौशालाओं, किसानों और उद्यमियों को प्रोत्साहन प्राप्त हो रहा है। राज्यपाल श्री गंगवारजी ने डॉ. कथीरिया द्वारा गौसेवा के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों की सराहना की एवं राज्य में गौ आधारित उद्योगों को और अधिक मजबूती देने हेतु पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। इस महत्वपूर्ण भेंट के दौरान डॉ. कथीरिया के साथ प.पू. स्वामी श्री रणधीर जी, प.पू. स्वामी श्री अनुभवानंद जी, श्री एस.के. मित्तल, श्री गौरव कुमार गुप्ता, श्री सुनील मानसिंहका सहित अन्य गणमान्यजन भी उपस्थित रहे। सभी ने झारखंड को गौसेवा और गौ आधारित टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में एक मॉडल राज्य बनाने हेतु अपने विचार और प्रस्ताव राज्यपाल के समक्ष प्रस्तुत किए।