डॉ. वल्लभभाई कथिरिया मथुरा में R.S.S. की राष्ट्रीय गौसेवा गतिविधि एवं ग्राम विकास की राष्ट्रीय बैठक में सम्मिलित होने के लिए रवाना ।
उत्तरप्रदेश के मथुरा में 1 एवं 2 फरवरी 2025 को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की गोसेवा गतिविधि और ग्राम विकास केंद्रीय टोली की संयुक्त बैठक का आयोजन किया जा रहा है। इस महत्वपूर्ण बैठक में गौ सेवा, ग्रामीण विकास एवं भारतीय संस्कृति के संरक्षण हेतु भावी योजनाओं पर व्यापक मंथन किया जाएगा।
गौसेवा और ग्राम विकास के क्षेत्र में सतत कार्यरत डॉ. वल्लभभाई कथिरिया इस बैठक में एक महत्वपूर्ण वक्ता के रूप में उपस्थित रहेंगे। वे अपने अनुभवों और कार्यों के आधार पर गौ आधारित अर्थव्यवस्था, प्राकृतिक कृषि, पंचगव्य उत्पादों के औद्योगिक उपयोग तथा ग्राम विकास में गौसंवर्धन की भूमिका पर अपने विचार रखेंगे।
डॉ. कथिरिया राष्ट्रीय स्तर पर गौ संरक्षण, पंचगव्य चिकित्सा एवं जैविक कृषि के प्रोत्साहन हेतु कार्यरत हैं। वे ग्लोबल कंफेडरेशन ऑफ काउ-सेंट्रिक इंस्टीट्यूशन्स (GCCI) के माध्यम से गौ आधारित उद्योगों के विकास के लिए सतत प्रयास कर रहे हैं। उनके नेतृत्व में गौ-आधारित स्वरोजगार, पंचगव्य अनुसंधान, एवं गौ-उत्पादों को व्यावसायिक रूप देने के लिए कई नवाचार किए जा रहे हैं।
इस महत्वपूर्ण बैठक में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ पदाधिकारीगण एवं गौसेवा गतिविधियों तथा ग्राम विकास क्षेत्र में सक्रिय अग्रणी व्यक्तित्व उपस्थित रहेंगे। बैठक में मा. अजितप्रसाद महापात्रजी – अखिल भारतीय गौसेवा गतिविधि संयोजक, मा. श्री शंकरलालजी – मार्गदर्शक, श्री राघवनजी – प्रशिक्षिण प्रमुख, मा. भागैय्याजी , मा. दिनेशजी, मा. श्री श्रवण गर्ग – हरियाणा गौ सेवा आयोग अध्यक्ष, मा. श्री श्यामबिहारी गुप्ता – उत्तर प्रदेश गौ सेवा आयोग अध्यक्ष, श्री राजेंद्र अठ्ठवालजी – उत्तराखंड गौ सेवा आयोग अध्यक्ष, मा. नवल रघुवंशीजी – गौसेवा सह-संयोजक, मा. रमेशचंद्रजी – जयपुर अखिल भारतीय टोली प्रशिक्षण केंद्र, मा. डॉ. हितेषभाई जानी, मा. श्री सुनील मानसिंका, श्री मनोज सोलंकी, श्री बलराम साहू इसके अतिरिक्त, गौसेवा एवं ग्राम विकास से जुड़े अनेक प्रतिष्ठित व्यक्ति इस बैठक में सहभागी होंगे।
डॉ. वल्लभभाई कथिरिया विशेष सत्र को संबोधित करेंगे, जिसमें गौ आधारित उद्योगों एवं ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर उनके विचार प्रमुख रहेंगे।
यह बैठक राष्ट्रीय एवं प्रांतीय स्तर पर गौ सेवा एवं ग्राम विकास में योगदान देने वाले कार्यकर्ताओं के लिए एक मंच प्रदान करेगी, जहां वे अपने अनुभव साझा करेंगे और भविष्य की रणनीतियों पर चर्चा करेंगे।
डॉ. वल्लभभाई कथिरिया की इस बैठक में भागीदारी गौ सेवा को वैज्ञानिक, आर्थिक एवं व्यावहारिक दृष्टि से आगे बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण सिद्ध होगी।